कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के द्वारा पीएफ खाताधारकों के लिए कुछ सबसे बड़े बदलाव किए हैं जिसके चलते अब 7 करोड़ से भी अधिक पीएफ खाताधारको को बदलाव के अनुसार लाभ मिलेगा। वर्तमान समय में बदलाव किए जाने वाले पांच नियमों को लेकर ही सभी और चर्चाएं चल रही है ऐसे में जो भी पीएफ खाताधारक है सभी संबंधित पूरी जानकारी को अवश्य हासिल करें।
बदलाव किए जाने वाले नवीनतम नियमों के चलते खाताधारकों को पीएफ को लेकर सुधार देखने को मिलेगा साथ ही सदस्य डिजिटल तरीके से सशक्त बनेंगे। वहीं अनेक प्रकार के बदलाव अब पीएफ खाताधारको को देखने को मिलेंगे। नवीनतम नियमों का उद्देश्य पीएफ खाताधारकों को और भी सुविधा प्रदान करना है ताकि उन्हें आने वाली समस्याओं का सामना ना करना पड़े तो चलिए विस्तृत रूप से जानकारी को जानते हैं।
EPFO New Rule
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने इस बार महत्वपूर्ण बदलाव करके नवीनतम नियम में प्रोफाइल अपडेट, पीएफ ट्रांसफर, ज्वाइंट डिक्लेरेशन, सीपीपीएस व्यवस्था, वेतन पर पेंशन की प्रक्रिया स्पष्ट को लेकर नवीनतम नियम बनाए हैं। इन नियमों को लेकर अनेक कर्मचारियों से जानकारी पूछी गई है जिन्हें लेकर कर्मचारियों ने बताया है कि यह नियम उनके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है और अनेक कर्मचारियों को इन नियमों का इंतजार था।
प्रोफाइल अपडेट करना हुआ आसान
ईपीएफओ ने प्रोफाइल अपडेट करने की प्रक्रिया को पहले की तुलना में अब काफी आसान बना दिया है जिसके चलते अब कोई भी खाताधारक ऑनलाइन तरीके को अपनाकर बिना किसी दस्तावेज़ के ही नाम, लिंग, माता-पिता का नाम, जीवनसाथी का नाम, राष्ट्रीयता तथा वैवाहिक स्थिति आदि की जानकारी को अपडेट कर सकते हैं लेकिन इसके लिए यूनिवर्सल अकाउंट नंबर आधार से लिंक जरूर होना चाहिए।
अब होगा आसानी से पीएफ ट्रांसफर
पहले कर्मचारियों को एक जगह से दूसरी जगह पर नौकरी करने के लिए जाते समय पीएफ ट्रांसफर करने को लेकर बहुत ही ज्यादा समस्याओं को सामना करना पड़ता था और काफी लंबी प्रक्रिया होती थी लेकिन अब आसानी से बिना किसी समस्या के बहुत ही कम समय में पीएफ को ट्रांसफर कर सकते हैं। पहले बिना कंपनी की मंजूरी के काम नहीं हो पाता था लेकिन अब अनेक मामलों में बिना मंजूरी के ही पीएफ ट्रांसफर करवा सकते हैं।
ज्वाइंट डिक्लेरेशन प्रक्रिया डिजिटल
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने ज्वाइंट डिक्लेरेशन प्रक्रिया को अब डिजिटल कर दिया है जिसके चलते अब यूनिवर्सल अकाउंट नंबर से आधार कार्ड लिंक होने पर या यूनिवर्सल अकाउंट नंबर आधार बेस्ड होने पर ज्वाइंट डिक्लेरेशन ऑनलाइन कर सकते हैं। वही जिनके पास यूनिवर्सल अकाउंट नंबर नहीं है उनके लिए फिजिकल ज्वाइंट डिक्लेरेशन का प्रावधान लागू किया हुआ है।
सीपीपीएस व्यवस्था शुरू
ईपीएफओ ने सीपीपीएस व्यवस्था शुरू कर दी है जिसके चलते अब पेंशन की राशि एनपीसीआई प्लेटफार्म के जरिए किसी भी बैंक के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए जाएंगे। जिससे पेंशन सीधे तरीके से प्राप्त हो जाएगी। जबकि पहले पेंशन भुगतान के लिए देरी हो जाती थी क्योंकि पेंशन पेमेंट ऑर्डर को एक कार्यालय से दूसरे कार्यालय में ट्रांसफर होना करता था तथा और भी अनेक कार्य करने होते थे। वहीं कर्मचारियों को भी पेंशन को लेकर बहुत ही ज्यादा समस्याओं का सामना करना पड़ता था।
वेतन पर पेंशन की प्रक्रिया
ऐसे कर्मचारी जो कि अधिक वेतन पर पेंशन प्राप्त करना चाहते हैं उनके लिए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के द्वारा स्पष्ट रूप से जानकारी जारी कर दी गई है जिसमें उन्होंने बताया है कि सभी के लिए एक जैसा ही नियम लागू रहेगा लेकिन अगर वेतन ज्यादा है तो ऐसी स्थिति में कर्मचारियों को पीएफ में थोड़ी ज्यादा राशि जमा करनी होगी और ऐसा करने पर पेंशन मिल जाएगी। वही जो निजी संस्थान है और ट्रस्ट के जरिए पीएफ को चलाते हैं उन्हें भी अब भविष्य निधि संगठन के प्रत्येक नवीनतम नियम की पालना करनी होगी।