कुछ समय पहले ही केंद्र सरकार के द्वारा केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 4% की वृद्धि की गई है जिसके परिणाम सभी लाखों सरकारी कर्मचारियों के पेंशन एवं सैलरी में वृद्धि होगी। सरकार के द्वारा महंगाई भत्ते मैं की गई वृद्धि से अब सरकार के कर्मचारियों के साथ-साथ राज्य सरकार के कर्मचारियों को लाभ प्राप्त हो सकता हैं।
महंगाई भत्ता में वृद्धि हो जाने के बाद कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी हो जाने से मुद्रास्फीति बढ़ेगी एवं कर्मचारियों के पास अधिक पैसे होने से वह अधिक खर्च करेंगे जिससे वस्तु एवं सेवाओं की मांग भी बढ़ेगी यानी की साधारण तौर पर यह कहा जा सकता है कि महंगाई भत्ता बढ़ जाने से न केवल कर्मचारियों को फायदा होगा बल्कि अन्य लोगों को भी इसका फायदा मिल सकता है।
बताते चले कि महंगाई भत्ता के लिए केंद्रीय कैबिनेट के द्वारा इस प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई है जिसके अनुसार महंगाई भत्ता 42% से बढ़कर 46% तक का कर दिया गया है और यह की गई बढ़ोतरी 1 जुलाई 2025 से लागू होगी यानी कि कर्मचारियों की सैलरी एवं पेंशन में होने वाली वृद्धि 1 जुलाई 2025 से लागू की जाएगी जिससे लाखों कर्मचारियों को एवं पेंशन भोगियों को लाभ मिलने वाला है।
Govt Employees DA Hike
सरकार के द्वारा महंगाई भत्ता में वृद्धि इसी उद्देश्य के साथ में की गई है आखिर कर्मचारियों को आर्थिक कठिनाइयों से बाहर निकाला जा सके। महंगाई भत्ता में वृद्धि हो जाने के बाद इसका असर अर्थव्यवस्था पर भी बढ़ता है क्योंकि कर्मचारियों की आय में वृद्धि हो जाती है तो वह खर्च भी अधिक करने लगते हैं जिसके परिणाम स्वरूप बाजार में बढ़ती हुई मांग के आधार पर उपभोक्ता, वस्तुओं,सेवाओं एवं अन्य बिक्री को भी बढ़ावा मिलेगा।
महंगाई भत्ता वह भत्ता होता है जो सरकार के द्वारा अपने कर्मचारियों को और पेंशन भोगियों को प्रदान किया जाता है जिसका मतलब मुद्रास्फीति एवं महंगाई के कारण कर्मचारियों के जीवन यापन करने में लागत में वृद्धि के प्रभाव को कम करना है। इसके अतिरिक्त वस्तु एवं सेवाओं की बढ़ती कीमत के कारण कर्मचारियों के द्वारा वस्तुओं का क्रय कम हो जाता है उस नुकसान की भरपाई के लिए सरकार द्वारा महंगाई भत्ता देकर मदद की जाती है।
सरकारी कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 4% वृद्धि
यदि किसी कर्मचारी का मूल वेतन ₹50000 है और उसके पहले 42% महंगाई भत्ता उसे प्रदान किया जा रहा था यानी कि उसे ₹50000 वेतन का 42% महंगाई भत्ता 21000 रुपए मिल रहे थे और अब उसमें 4% की वृद्धि हो जाने के बाद से महंगाई भत्ता 46% हो जाएगा एवं ₹50000 का वेतन वाला कर्मचारी बढ़ाए गई महंगाई भत्ता से ₹23000 पत्ता प्राप्त कर सकेगा। इस तरह से ₹50000 वेतन प्राप्त करने वाले कर्मचारियों के वेतन में ₹2000 की महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी हो गई है।
पेंशन भोगियों को भी मिल रहा लाभ
महंगाई भत्ते में वृद्धि हो जाने से अब सरकारी कर्मचारियों के साथ-साथ पेंशन भोगियों को भी इसका लाभ मिल रहा है। महंगाई से राहत के लिए पेंशन भोगियों की मूल पेंशन के लिए चार प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है और अगर उदाहरण के तौर पर इसे समझ तो यदि किसी कर्मचारी को ₹30000 की पेंशन प्राप्त हो रही है एवं उसे 42% महंगाई भत्ते के अनुसार 12600 मिल रही थे तो अब उसक 4% बढ़ोतरी के बाद 46% महंगाई भत्ता 13800 मिलेगा।
8वे वेतन आयोग की घोषणा
सरकार के द्वारा आठवें वेतन आयोग के गठन को लेकर 16 जनवरी 2025 को घोषणा की गई थी और अब 1 जनवरी 2026 से स्कूल लागू किया जाना है जिसकी तैयारी करने में अभी सरकार के पास में लगभग 7 महीने का समय बाकी है।